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HMPV Virus: चीन के खतरनाक HMPV वायरस का नया मामला मिला, जानें देश में कहां फैला वायरस

HMPV Virus: कोरोना वायरस जैसे लक्षण वाले HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) के मामले भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार, असम के डिब्रूगढ़ में 10 महीने के एक बच्चे में HMPV संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही देश में इस वायरस के कुल मामलों की संख्या 16 हो गई है। बच्चे का इलाज असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (AMCH) में चल रहा है और फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, बच्चे को ठंड और खांसी के लक्षणों के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। इसके अलावा, पुडुचेरी में तीन साल के एक बच्चे में भी HMPV की पुष्टि हुई थी, जो अब पूरी तरह ठीक हो चुका है।

किन राज्यों में सबसे ज्यादा मामले?
HMPV के सबसे अधिक मामले गुजरात में देखे गए हैं, जहां अब तक कुल 4 मामले दर्ज हुए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में 3, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, तथा उत्तर प्रदेश, राजस्थान, असम और पश्चिम बंगाल में 1-1 मामले दर्ज किए गए हैं। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए कई राज्यों ने सतर्कता बढ़ा दी है। पंजाब में बुजुर्गों और बच्चों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है, वहीं गुजरात में अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं। हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग को HMPV मामलों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

HMPV वायरस के लक्षण और प्रभाव
HMPV संक्रमण के लक्षण सामान्य सर्दी, खांसी और COVID-19 से मिलते-जुलते हैं। यह वायरस खासतौर पर छोटे बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है। 2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए यह संक्रमण बेहद खतरनाक हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि इस वायरस से प्रभावित मरीजों को सांस लेने में दिक्कत, बुखार और खांसी जैसे लक्षण हो सकते हैं।

सरकार ने दी चेतावनी और सुझाव
केंद्र सरकार ने राज्यों को HMPV संक्रमण के प्रति सतर्क रहने और ‘इंफ्लूएंजा जैसी बीमारियां’ (ILI) और ‘गंभीर श्वसन रोग’ (SARI) की निगरानी बढ़ाने की सलाह दी है। साथ ही, संक्रमण के प्रति जागरूकता फैलाने और बचाव के उपायों पर जोर दिया गया है।

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भारत में स्थिति स्थिर, लेकिन सतर्कता जरूरी
हालांकि चीन में सर्दियों के मौसम के दौरान HMPV मामलों में तेजी आई है, लेकिन भारत में ऐसे मामलों में कोई असामान्य वृद्धि दर्ज नहीं की गई है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि भारत में मौसमी फ्लू और श्वसन रोगों के मामले स्थिर हैं। सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से चीन में बढ़ते HMPV मामलों की स्थिति पर समय-समय पर अपडेट मांगा है।

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ICMR ने बढ़ाई टेस्टिंग सुविधाएं
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने HMPV मामलों की निगरानी के लिए टेस्टिंग सुविधाओं को बढ़ाने की तैयारी की है। वर्तमान में भारत में ILI और SARI मामलों की निगरानी के लिए एक मजबूत प्रणाली पहले से ही लागू है। ICMR ने कहा कि वह HMPV मामलों पर लगातार नजर रखेगा और अधिक लैब्स में HMPV परीक्षण की सुविधा शुरू करेगा।

बचाव और सुझाव
HMPV वायरस से बचने के लिए विशेषज्ञ निम्नलिखित सुझाव दे रहे हैं:

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  1. स्वच्छता बनाए रखें: नियमित रूप से हाथ धोना और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनना जरूरी है।
  2. शारीरिक दूरी का पालन करें: संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें।
  3. बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें: कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग इस वायरस से अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
  4. लक्षणों पर नजर रखें: यदि ठंड, खांसी, बुखार या सांस लेने में कठिनाई के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

चीन और भारत की तुलना
चीन में सर्दियों के दौरान HMPV मामलों में तेजी देखी जा रही है, लेकिन भारत में स्थिति अभी तक नियंत्रण में है। फिर भी, बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत ने सतर्कता बढ़ाई है। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।

HMPV वायरस भारत में चिंता का विषय बना हुआ है, खासतौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए जा रहे प्रयासों के साथ ही आम जनता को भी सतर्कता और बचाव के उपाय अपनाने की जरूरत है। HMPV संक्रमण को रोकने के लिए समय पर जागरूकता और सतर्कता बेहद महत्वपूर्ण है।

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